इंदौर (पारस जैन) प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर प्रशासन ने धार्मिक कार्यों के साथ-साथ अब पीड़ित मानव की सेवा की जिम्मेदारी भी ली है। खजराना गणेश मंदिर में अत्याधुनिक सुविधा से युक्त किडनी डायलिसिसएवं ट्रांसप्लांट सेंटर आगामी फरवरी माह से शुरू हो जाएगा। इस सेंटर में प्रथम चरण में रियायती दरों पर डायलिसिसकी जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा भी मरीजों को उपलब्ध करायी जाएगी। पीपीपी माडल पर इस सेंटर के संचालन का दायित्व श्री गुलाबचंद परमार्थिक ट्रस्ट (गोकुलदास हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर) को सौंपा गया है। मंदिर में ही जनसहयोग से सर्वसुविधायुक्त वृद्धाश्रम की स्थापना भी की जाएगी। इसके बाद मंदिर द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अन्य उपयोगी प्रकल्प भी शुरू किये जायेंगे। इसके लिये भूमि चयन की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।
यह जानकारी आज यहां कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी श्री खजराना गणेश मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक में दी गयी। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री राकेश सिंह, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री दीपक सिंह, मंदिर के प्रशासक एवं एकेवीएन के एमडी श्री मनीष सिंह, मंदिर के महाप्रबंधक श्री बी.एल.कासट, प्रबंध समिति के सदस्यद्वय श्री अशोक भट्ट तथा श्री जयदेव भट्ट भी विशेष रूप से मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि मंदिर प्रबंधन द्वारा धार्मिक कार्यों के साथ-साथ अब परमार्थिक एवं पीड़ित मानव की सेवा का महत्वपूर्ण काम भी हाथ में लिया गया है। मंदिर प्रबंधन द्वारा मंदिर परिसर में पीपीपी माडल पर अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किडनी डायलिसिस एवं ट्रांसप्लांट सेंटर की स्थापना की जा रही है। पीपीपी माडल पर इसके संचालन के लिये इम्प्रेशन आफ इंट्रेस्ट से संबंधित आवेदन आमंत्रित किये गये थे। इसके आधार पर चार संस्थाओं द्वारा आवेदन पत्र प्राप्त हुए। इन आवेदनों के परीक्षण के उपरांत समग्र एवं आर्थिक रूप से सबसे उपयुक्त पाये जाने पर श्री गुलाबचंद पारमार्थिक ट्रस्ट इंदौर का प्रस्ताव मान्य किया गया। इस ट्रस्ट द्वारा फरवरी माह तक 20 डायलिसिस मशीनें लगा दी जाएंगी। इन मशीनों के माध्यम से प्रतिदिन 50 से 60 डायलिसिस किया जा सकेगा। मरीजों से प्रति डायलिसिस 400 रूपये का रियायती शुल्क लिया जाएगा। यह शुल्क आगामी तीन वर्षों तक एक जैसा रहेगा। इसके बाद 20 और मशीने लगायी जाएंगी। साथ ही किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा भी मरीजों को उपलब्ध करायी जाएंगी। तीन मंजिला भवन के लिये जनभागीदारी से 25 लाख रूपये स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया। 25 लाख रूपये जनसहयोग से एकत्र कर लगाये जायेंगे।
सर्वसुविधायुक्त वृद्धाश्रम बनेगा
बैठक में बताया गया कि मंदिर प्रशासन द्वारा परिवार से उपेक्षित वृद्धों के लिये सर्वसुविधा युक्त वृद्धाश्रम बनाया जाएगा। इस वृद्धाश्रम में सभी जरूरी सुविधाएं रहेंगी। कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे भी इस वृद्धाश्रम के लिये यथासंभव दान दे सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति एक कमरा अथवा मंजिल बनाना चाहता है तो उस जगह पर संबंधित दानदाता का नाम अंकित किया जाएगा। नागरिक अन्य सहयोग भी दे सकते हैं।
बैठक में बताया गया कि मंदिर प्रशासन जल्दी ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में और नये प्रकल्प मंदिर स्थान के अलावा अन्य जगहों पर भी शुरू करेगा। इसके लिये भूमि चयन का कार्य शुरू कर दिया गया है। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने निर्देश दिये कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभिनव प्रकल्प की कार्य योजना शीघ्र तैयार की जाए, जिससे कि उसको मूर्त रूप दिया जा सके।