गैस सिलिंडर

जनता से बोली… डायन महंगाई…
सुन रे भारत माता की संतान
जादू काला पढ़ दिया है
अब सब होंगे बर्बाद
सब होंगे बरबाद अब
न कुछ पिए न खाए
फैलाउंगी ऐसा बवंडर
बिन दवा कैप्सूल…
ढीली करूंगी…
जमी गैस जो पेट के अंदर…
आगे नतमस्तक है आज सभी
छोटे बड़े सभी सिकंदर
होश फाख्ता कर दूँगी
जब खरीदोगे
एक अदद गैस सिलिंडर
कहत कबीर सुनो भाई साधू…
दे दो समाज को अपना ज्ञान रे
निकल न जाये अब तो इस बॉडी से प्राण रे…

Author: Jyotsna Saxena (ज्योत्सना सक्सेना)

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