चलो एलपीजी सब्सिडी छोड़ें – किसी गरीब की रसोई में खुशियां जोड़ें

इंदौर : एलपीजी भारत में एक बहुत ही सब्सिडाईजड वस्तु है। जिसका बोझ हजारों करोड़ रूपये का प्रतिवर्ष होता है। यह सब्सिडी राष्ट्र के विकास के लिये इस्तेमाल की जा सकती है। ऐसे रसोई गैस उपभोक्ता जो अपनी रसोई गैस की जरूरत के लिये बाजार के मूल्य पर उसका भुगतान करने में सक्षम हैं, वह अपनी सब्सिडी छोड़कर देश के विकास में भागीदार बन सकते हैं। ऐसे रसोई गैस उपभोक्ता जो सब्सिडी छोड़ने में सक्षम हैं, उनसे अनुरोध के लिये इंदौर जिले में गिव इट अप इंदौर नाम से अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का शुभारंभ आज यहां लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने किया।

समारोह को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत सक्षम परिवारों को रसोई गैस सब्सिडी छोड़ने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। साथ ही अभियान के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों को स्वच्छ और स्वस्थ्य वातावरण उपलब्ध कराने के लिये प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत नि:शुल्क रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया जायेगा। श्रीमती महाजन ने कहा कि हमारा प्रयास है कि रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने के मामले में भी इंदौर जिला देश में अव्वल बने। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, विधायकगण श्री महेन्द्र हार्डिया, डॉ.राजेश सोनकर, सुश्री उषा ठाकुर, कलेक्टर श्री पी.नरहरि, इंदौर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री ललित पोरवाल तथा नगर निगम सभापति श्री अजय सिंह नरूका और महानगर विकास परिषद के श्री अशोक डागा भी विशेष रूप से मौजूद थे।

समारोह को सम्बोधित करते हुये श्रीमती महाजन ने कहा कि इंदौर में शुरू किया गया गिव इट अप अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के उद्देश्यों को पूरा करेगा। गैस सब्सिडी छोड़ने से किसी गरीब की रसोई में खुशियां आयेंगी। उन्हें गैस कनेक्शन उज्जवला योजना के अंतर्गत मिलेगा। इससे गरीब परिवारों की महिलाओं को र्इंधन के लिये इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। वह चूल्हा जलाने की समस्या से निजात पायेंगी। लकड़ी के धुंए और केरोसीन की समस्या से उन्हें आजादी मिलेगी। महिलाओं का जीवन सहज एवं खुशी भरा होगा। पर्यावरण और मानव जीवन की सुरक्षा होगी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदीजी द्वारा शुरू की गयी उज्जवला योजना एक अभिनव योजना है। इस योजना के उदद्देश्य को पूरा करने के लिये इंदौर में गिव इट अप अभियान शुरू किया जाना सार्थक पहल है। उन्होंने सभी समर्थ नागरिकों से गैस सब्सिडी छोड़ने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि अगर सक्षम लोग अपनी सब्सिडी छोड़ते हैं तो आर्थिक रूप से पिछड़े हुये लोगों को एलपीजी कनेक्शन प्रदान करने में मदद मिलेगी। उनके जीवन स्तर को सुधारा जा सकता है तथा उनके स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कलेक्टर श्री पी.नरहरि ने जिले में शुरू किये गये गिव इट अप इंदौर अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत जनजागृति के लिये विशेष प्रयास किये जायेंगे, जिससे कि अधिक से अधिक सक्षम नागरिक रसोई गैस की सब्सिडी को गरीबों की भलाई के लिये छोड़ दें। उन्होंने बताया कि जनजागृति के लिये दृश्य एवं श्रव्य माध्यमों का उपयोग सोशल मीडिया पर किया जायेगा। श्री नरहरि ने बताया कि इंदौर जिले में अभी तक 51 हजार 984 सक्षम उपभोक्ता अपनी रसोई गैस सब्सिडी छोड़ चुके हैं। इस मामले में और अधिक संभावनायें हैं। इंदौर दानदाताओं का शहर है। हमारा प्रयास है कि लगभग 3 से 4 लाख व्यक्ति गैस सब्सिडी छोड़ दें, जिससे कि इतने ही जरूरतमंद परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन मिल पाये। जिले में अभी साढ़े 9 हजार गरीब परिवारों को उज्जवला योजना में कनेक्शन उपलब्ध कराया जा चुका है। यह संख्या बढ़ाने के लिये भी विशेष अभियान शुरू किया गया है। पार्षदों और अन्य जनप्रतिनिधियों को जरूरतमंद परिवारों की सूची उपलब्ध करा दी गयी है, जिससे कि उन्हें रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने में सहयोग करें।

गरीब परिवारों की महिलाओं को दिये नि:शुल्क गैस कनेक्शन

समारोह के दौरान उज्जवला योजना के अंतर्गत लगभग 100 गरीब महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये गये। इन सभी महिलाओं का बीमा भी किया गया है। साथ ही कार्यक्रम में गिव इट अप इंदौर अभियान के तहत सब्सिडी छोड़ने वाले नागरिकों का सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम में अपर कलेक्टर श्री दिलीप कुमार, खाद्य नियंत्रक श्री आर.सी.मीणा, संयुक्त कलेक्टर श्री संदीप सोनी ने भी अपनी रसोई गैस सब्सिडी छोड़ने की घोषणा की। गिव इट अप इंदौर अभियान के पोष्टर का विमोचन भी श्रीमती सुमित्रा महाजन ने किया।

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