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- दिलजीत के गीतों पर कल शाम झूमेगी सेंट्रल इंडिया की सबसे बड़ी स्मार्ट सिटी इंदौर
- मशहूर पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ का इंदौर में 8 दिसंबर को लाइव कॉन्सर्ट होने वाला है। इसके लिए वे शनिवार को शाम करीब 3.30 बजे इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे।
- इंदौर का दिल जीतने आए सिंगर दिलजीत की एक झलक पाने के लिए एयरपोर्ट पर फैंस का हुजूम उमड़ पड़ा। उन्होंने ने भी फैंस को निराश नहीं किया और हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया।
- सिंगर और अभिनेता दिलजीत एयरपोर्ट पर फोर्स के बीच आम लोगों से मिलते हुए नजर आए और उन्हें गले भी लगाया।
- दिलजीत एयरपोर्ट से भारी सुरक्षा बल के बीच होटल मेरियट पहुंचे जहां उनका इंदौरी परंपरानुसार जोरदार स्वागत किया गया। होटल के अंदर और बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, क्योंकि यहां भी बड़ी तादाद में फैंस का जमावड़ा लगा हुआ है।
- दिलजीत के शो के लिए इंदौरियों में खासा उत्साह नजर आ रहा है। फैंस इस शो का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बायपास स्थित सी-21 इस्टेट ग्राउंड पर दिलजीत का शो होने वाला है। यहां 25 से 30 हजार दर्शकों के लिए अलग-अलग कैटेगरी में व्यवस्था की गई है।
- रविवार को होने वाले दिलजीत के लाइव कॉन्सर्ट के लिए पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने शनिवार को बैठक ली और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए।
मशहूर पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ की गायकी से सजने वाला हैं इंदौर। जिस गायक के गीतों पर देश दुनिया फ़िदा हैं, वह कल हम सबके बीच अपनी प्रस्तुति देगा। हर वो गीत सुनाएगा, जो देश दुनिया में छाए हुए हैं और गाये गुनगुनाये जा रहें हैं। बेशक पूरा कंसर्ट यूथ के मिज़ाज का है लेक़िन उम्रदराज भी पीछे नही। नई पीढ़ी का नया संगीत, नए गीत औऱ सामने मंच पर दलजीत। कल की शाम का ये ही ख़ास इवेंट हैं। जो मौके पर रहेंगे उनके लिए भी औऱ जो दूर है उनके लिए भी। क्योकि शहर के बाशिन्दों की जुबां पर दिलजीत शो की ही चर्चा हैं। वे सब काले बादल छट गए है जो इस शो के ऊपर अकस्मात मंडराए थे। अब आसमान हर तरफ से साफ़ हैं- इंदौर से लेकर भोपाल तक का शो को साथ हैं। आख़िर हो भी क्यो नही? इंदौर की जजमानी की बात जो थी।
दिलजीत भारत में ‘दिल-लुमिनाती टूर’ कर रहे हैं। इसी का एक शो इंदौर में होने वाला है
ओये…पंजाबी आ गए। स्मार्ट सिटी इंदौर में। ढोल-ताशे के संग। नाचने, गाने। झूमने, झुमाने। कुर्राटे गुंजाने। धूम मचाने। मस्ती जगाने। धक धक दिल धड़काने। आपका दिल लूटने पंजाबी मुण्डा आ गया। अब उसकी बारी हैं, इंदौर का दिल जीतने की। अहिल्या नगरी तो उसका एक दिन पहले ही दिल जीत ले गई। अब ‘ जट’ भी झट से तैयार हैं- दिल जीतने को, दिलजीत नाम जो हैं उसका। ओये बड़ा भला चंगा बंदा है वो। बिलकुल हमारे-अपने जैसा। इंदोरियो जैसा-मस्तान। कल यानी रविवार को उसी ‘ मस्ताने’ की मस्ती चढ़ेगी सेंट्रल इंडिया के सिरमौर शहर इंदौर पर। पंजाबी, हिंदी गीतों की महफ़िल सजधजकर संवर गई हैं। बस इंतज़ार हैं उन दीवानों का, जिनकी दीवानगी दिलजीत को देश के सबसे साफ़ सुथरे शहर में खींच लाई। ‘ सी-21 स्टेटस’ में इस कंसर्ट की जाजम बिछ गई है। रविवार का दिन ढलते ही बायपास का ये इलाका हज़ारों वाट के डीजे साउंड से गूंजने वाला हैं। सब तैयारियां मुक्कमल हो गई हैं। वे विघ्न बाधा दूर हो गई हैं, जो निरर्थक खड़ी की जा रही थीं। इंदौर की जजमानी की जीत हुई। लिहाज़ा दिलजीत भी अब गदगद हैं।
25 से 30 हजार दर्शकों के लिए खुला मैदान
बायपास स्थित जिस मैदान में दिलजीत का यह इवेंट होने वाला है, उसमें 25 से 30 हजार दर्शकों के लिए अलग-अलग कैटेगरी में व्यवस्था की गई है। हालांकि इवेंट से पहले वाहन पार्किंग सहित रूट डायवर्ट करना भी एक बड़ी मुसीबत है, क्योंकि इवेंट स्थल के पास ही हाईवे है, जिस पर आए दिन जाम की स्थिति बनती है और सर्विस रोड के सहारे ही पूरा ट्रैफिक डायवर्ट किया जाता है।
इसके अलावा भोपाल से देवास बायपास पर फ्लायओवर के लिए पिलर का निर्माण कार्य भी चल रहा है, जिसके चलते लगने वाले जाम को खुलवाने के लिए रोज यातायात पुलिस को मशक्कत करना पड़ती है। ऐसे में यदि शो के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ाई तो काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
सिंगर दिलजीत दोसांझ टीआरपी का नया तरीका अपना रहे – रविवार को होने वाले कॉन्सर्ट के टिकट ब्लैक में बेचे जाने को लेकर हंगामा
अपनी इमेज पब्लिक में बनाए रखने के लिए पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ कहीं हमेशा तो अपने इवेंट के टिकट ब्लैक में नहीं बिकवाते? तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद में होने वाले इवेंट से पहले दिलजीत को नोटिस भेज दिया था। इसमें सिंगर को शराब, ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देने वाले गाने न गाने का निर्देश दिए थे। वहीं जयपुर में होने वाले इवेंट से पहले फर्जी टिकटों की बिक्री की खबरें सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजस्थान समेत पांच राज्यों में ताबड़तोड़ छापामारी की थी। अब इंदौर में रविवार को होने वाले इस इवेंट टिकट ब्लैक में बिकने की बात फिर सामने आई है।
पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ का रविवार को शहर के बायपास क्षेत्र में इवेंट होना है, लेकिन उससे पहले ही इस पर विवाद गहराने लगा है। शुक्रवार को बजरंग दल के प्रतिनिधिमंडल ने एडिशनल डीसीपी से मुलाकात कर इस शो को निरस्त करने की मांग की। साथ ही इस शो को किसी भी हालत में नहीं होने देने की चेतावनी भी दी। कार्यकर्ताओं का कहना था कि दिलजीत खालिस्तानी समर्थक हैं। उन्हें मां अहिल्या की भूमि पर किसी भी स्थिति में कदम नहीं रखने देंगे। इस चेतावनी के चलते लगभग सारी तैयारियां कर चुकी इवेंट कंपनी पसोपेश में है।
खालिस्तान समर्थक होने का है आरोप
एक्ट्रेस कंगना रनौत पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ पर इनडायरेक्टली खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप भी लगा चुकी हैं। 2020 के किसान आंदोलन के दौरान दिलजीत ने खुलकर किसानों का समर्थन किया था, जिसके बाद कई राजनीतिक और सामाजिक समूहों ने उन पर खालिस्तानी एजेंडा का समर्थन करने का आरोप लगाया था। कंगना ने यह भी आरोप लगाया कि कई पंजाबी सेलिब्रिटीज खालिस्तानी वायरस से संक्रमित हैं और भारत के टुकड़े करने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार को खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ सख्त कानून बनाना चाहिए, ताकि इस तरह की गतिविधियों को रोका जा सके।
कालाबाजारी से है इनका पुराना नाता
इंदौर में होने वाले दिलजीत के इवेंट के टिकट की कालाबाजारी के विरोध में दो दिन पहले सिख समाज ने उचित राशि पर टिकट उपलब्ध कराने को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह को ज्ञापन सौंपा था।
टिकट की कीमत 1499 से 20 हजार रुपए तक थी, जो बिक्री शुरू होते ही कुछ ही मिनटों में खत्म हो गए। इसके बाद टिकटों की कालाबाजारी शुरू हुई और दो हजार का टिकट 20 हजार व छह का टिकट 40 हजार रुपए तक बिकने लगा। इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी जमकर विरोध देखा जा रहा है।
हिंदूवादी संगठन के लोगों ने किया विरोध
पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ के शो के एक दिन पहले शनिवार शाम को हिंदूवादी संगठन के लोग कार्यक्रम स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने विरोध दर्ज कराया। हालांकि पुलिस भी मौके पर मौजूद थी।
यातायात व्यवस्था का प्लान तैयार
बायपास स्थित सी-21 इस्टेट ग्राउंड पर 8 दिसंबर (रविवार) को पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ के शो में आने वाली भारी भीड़ को देखते हुए यातायात पुलिस ने यातायात डायवर्सन व पार्किंग के लिए यातायात व्यवस्था का प्लान तैयार किया है। प्लान के अनुसार दोपहर 12 बजे से इस क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा। वहीं, आयोजकों द्वारा दिए गए कार पास (स्टीकर) लगे वाहन ही वीआइपी द्वार तक जा सकेंगे। ऐसे वाहन लाभगंगा होते हुए द पार्क होटल के सामने से पतंग तिराहा, दस्तूर डिलाइट से होते हुए वीआइपी द्वार तक आ सकेंगे।
रूट व पार्किंग की व्यवस्था इस प्रकार रहेगी
- कनाड़िया की ओर से आने वाले वाहनों का प्रवेश पटेल नगर कट से होते हुए हाईवे से बेस्ट प्राइज एवं वेलवेट गार्डन, लाभगंगा, आरई 2 रोड से होगा। पटेल नगर कट से बाएं मुड़कर खजराना मार्ग से पाकिजा कॉलोनी के बाजू से दाहिने मुड़कर आरई 2 रोड से होते हुए कार्यक्रम स्थल पार्किंग में पहुंचेंगे।
- रेडिसन चौराहे की ओर से आने वाले वाहन साईं कृपा कट, स्टार चौराहा, लाभगंगा होते हुए आरई 2 रोड से निर्धारित पार्किंग में आ सकेंगे।
- देवास की ओर से आने वाले वाहन चालक डीपीएस अंडरब्रिज से टीसीएल से दाहिने मुड़कर वेलवेट गार्डन तिराहा, लाभगंगा होते हुए आरई 2 मार्ग से प्रवेश कर पार्किंग में पहुंच सकेंगे और केवल वही वाहन वीआईपी द्वार तक जा सकेंगे, जिनके वाहन पर कार पास (स्टीकर) लगे होंगे। ऐसे वाहन लाभगंगा होते हुए द पार्क होटल के सामने से होकर पतंग तिराहा, दस्तूर डिलाइट के सामने से होते हुए वीआईपी द्वार तक आ सकेंगे।
12 बजे से बसों के रूट में भी परिवर्तन- रेडिसन की ओर से आने वाली बसें स्टार चौराहे से लेफ्ट लेकर एडवांस एकेडमी होते हुए बेस्ट प्राइज से बायपास पर जा सकेंगी।
- इंटरस्टेट बसों को मूसाखेड़ी चौराहा व तीन इमली से पालदा रोड होते हुए हाईवे पर भेजा जाएगा।
- व्हाइट चर्च की ओर से पिपल्याहाना होकर चलने वाली बसों का भी रूट डायवर्ट किया गया है। ये बसें स्कीम नं. 140, अग्रवाल स्कूल चौराहा, बिचौली अंडरब्रीज होकर हाईवे पर आ-जा सकेगी। ये बसें रिंग रोड होकर रेडिसन की ओर नहीं जा सकेंगी।
- इसके अलावा लवकुश चौराहा, बापट, स्कीम नंबर-136 से आने वाले भारी वाहन (ट्रक, डम्पर, बस आदि) देवास नाका से मांगलिया, सेंट्रल प्वाइंट होकर बायपास पर प्रवेश कर खंडवा-मुंबई की ओर जा सकेंगे। खंडवा-देवगुराड़िया की ओर से आने वाले भारी वाहन सीधे बायपास से होकर सेंट्रल पॉइंट मांगलिया से देवास नाका होते हुए बापट एवं लवकुश चौराहे से उज्जैन-धार की ओर जा सकेंगे।
आयोजन को लेकर पुलिस प्रशासन ने किए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त, हुड़दंगियों पर रहेगी कड़ी नज़र
अब ये नज़दीकी रविवार शाम को कार्यक्रम स्थल पर नजर आएगी। यहां पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। उन पर खास नज़र रखने के बंदोबस्त किए हैं, जो नशा कर शामिल होंगे या हुड़दंग मचाएंगे। ग़लत पार्किंग वालो के लिए भी वाहन जब्त का प्लान तैयार किया ताकि कार्यक्रम स्थल तक की आवाजाही सुगम हो। कलेक्टर आशीषसिंह ने स्वयम मौके पर पहुचकर तमाम सुरक्षा व्यवस्था चेक की।
“कृतिम विरोध” नही, जजमानी जीती इंदौर की
दिलजीत दोसांझ के कंसर्ट मामले में इंदौर की मशहूर जजमानी की जीत हुई। अहिल्या नगरी की मेहमाननवाजी जग प्रसिद्ध हैं और इस पर एक बार फिर संशय के बादल मंडराए थे। कृतिम विरोध के ज़रिए ऐसा माहौल बना कि लगा शो की अनुमति निरस्त हो जाएगी। लेक़िन शनिवार दोपहर तक ही शो से जुड़ी तमाम बाधाएं दूर हो गई और हर तरह की अनुमति इवेंट कम्पनी तक पहुच गई। आयोजकों ने भी जिला व पुलिस प्रशासन औऱ सरकार की प्रशंसा की। दिलजीत औऱ उनकी टीम की तरफ़ से तारीफ़ के दो शब्द आपके इस पक्के इन्दौरी अख़बार के खाते में भी जमा हुए। ख़ुलासा फर्स्ट की शो को लेकर कही गई खरी खरी, सच से भरी रपट को शहर के सुधीजनों ने पसंद भी किया। आख़िर इस तरह के हर बड़े आयोजन में कुछ लोगो व संगठनों का विरोध शहर के उत्सवी मिजाज पर भी सवालिया निशान लगा रहा था। मुट्ठीभर लोग इस तरह का वातावरण बना देते है कि उनके पीछे जिम्मेदार भी बहने लगते हैं। जबकि ये शहर की शान से जुड़े आयोजन है, जो चंद घण्टों के लिए होते है लेक़िन शहर की उत्सव प्रेमी साख को हमेशा के लिए देश दुनिया में स्थापित कर जाते हैं।
दिलजीत : अर्श से कहीं फर्श पर न पहुंच जाए
मशहूर सिंगर दिलजीत दोसांझ भी एलुुमिनाटी के सदस्य हैं। ऐसे बॉलीवुड सिंगर, जिन्हें अचानक प्रसिद्धि मिली, लेकिन इस एलुुमिनाटी के कारण कुछ तो मर गए। वहीं जो हैं, वो अब बदहाली में हैं। इस एलुुमिनाटी के सदस्य हाथ पर एक निशान बनाकर रखते हैं।
- एलुमिनाटी से जुड़े बड़े कलाकार भगवान को नहीं, बल्कि शैतान को मानते हैं दिलजीत ने भी हाथ पर बनवा रखे हैं टैटू…
- सालों पहले कई ऐसे मशहूर सिंगर, कलाकार, नेता जिन्होंने कुछ ही समय में आसमान की ऊंचाइयों को छुआ है, वो कभी ना कभी एलुमिनाटी के सदस्य रहे हैं।
- कई बड़े कलाकार, जिनकी अचानक मौत के बाद उनकी कहानी को एलुमिनाटी से जोड़ा गया है, सुशांत सिंह राजपूत भी इनमें से एक है।
- इतना ही नहीं, एलुमिनाटी से जुड़े सलमान खान, सैफ अली खान और हनी सिंह जैसे बड़े कलाकारों का कॅरियर चौपट हो गया।
क्या दिलजीत हैं एलुुमिनाटी के सदस्य
कुछ समय पहले दिलजीत ने अपने कॉन्सर्ट का नाम दिल एलुमिनाटी क्यों रखा था, वो अपने शो में हमेशा एलुुमिनाटी का निशान बनाते थे। कई बार लोग इसे एलुुमिनाटी से जोड़ते हैं। दिलजीत के बारे में कहा जाता है कि वे भी एलुुमिनाटी कम्यूनिटी के सदस्य हैं, लेकिन कई बार जब उनसे मीडिया ने पूछा कि क्या आप इस एलुुमिनाटी के सदस्य हैं, तो उन्होंने इसकी स्पेलिंग भी नहीं लिखनी आती है, कहकर इस से साफ इंकार कर दिया था।
अपने शो में दिलजीत एक बार एलुुमिनाटी का निशान बनाकर दिखाते हैं। सोशल मीडिया पर कई बार दिलजीत का एलुुमिनाटी का साइन बनाते वीडियो फोटो वायरल हुए, जिसमें दिलजीत एलुुमिनाटी का साइन क्राउन चक्र बनाते दिखे। पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ का दिल एलुुमिनाटी इंडिया टूर 26 और 27 अक्टूबर को शुरू हुआ था। इसी के बाद से आपने इंस्टाग्राम पर देखा होगा कि हर जगह दिलजीत के शो की वीडियो, रील और तमाम चीज़ें वायरल हुई थीं।
क्या है एलुमिनाटी ग्रुप?
एलुुमिनाटी ग्रुप 18वीं सदी में शुरू हुआ ऐसे लोगों का समूह है, जो भगवान को नहीं, बल्कि शैतान को मानते हैं। ये लोग अलग सोच के हैं, जो अपनी सीक्रेट गतिविधियों से नई दुनिया बसा रहे हैं और दुनिया के बड़े फैसलों पर प्रभाव डालने की कोशिश करते हैं। ग्रुप के लोग रहस्यमयी तरीके से दुनिया बदलने की कोशिश करते हैं। कहा तो ये भी जाता है कि कोरोना संक्रमण को दुनिया में फैलाने के लिए इसी ग्रुप के लोगों ने चीन के साथ मिलकर योजना बनाई थी।
सुशांत की कुछ सालों में करोड़ों फेन फॉलोइंग
इससे पहले जिन कलाकारों के नाम इस एलुुमिनाटी के सदस्य के रूप में आए हैं, उनकी भी तरक्की अचानक हुई लेकिन उनका नाम दुनिया से खत्म भी हो गया। आपको पता हो कि सुशांत सिंह राजपूत की भी चांद पर अपनी जमीन थी। साल 2018 में सुशांत ने इंटरनेशनल लूनर लैंड्स रजिस्ट्री से खरीदी थी। दोनों हाथ से लिखने का हुनर रखने वाले सुशांत के पास हाई एडवांस टेलीस्कोप भी था।
प्रेसिडेंट जॉन एफ. कैनेडी की हत्या के पीछे यही
शैतानी शक्तियों को जागृत करने के लिए शैतान की पूजा की जाती है। पश्चिमी देशों में मान्यताएं हैं जब गॉड नहीं सुनता है तो शैतान सुनता है। शैतान को याद करते ही शैतान तुरंत हाज़िर हो जाता है। ईश्वर को आने में देर हो सकती है, लेकिन शैतान देर नहीं करता है, तुरंत आ जाता है।
साल 1963 में अमेरिका के प्रेसिडेंट जॉन एफ. कैनेडी की हत्या के पीछे भी इसी संगठन का हाथ कहा जाता है। 22 नवंबर 1963 को हुई ये हत्या अब भी अमेरिकी राजनीति के इतिहास का सबसे बड़ा रहस्य बनी हुई है। सालों से खुफिया एजेंसियां ये पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि हत्या में किसका हाथ था, लेकिन अब तक कुछ पता नहीं चल सका है।
यो-यो हनी सिंह भी हैं एलुुमिनाटी के सदस्य
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू के दौरान हनी सिंह ने एक शैतानी चर्च का किस्सा शेयर किया है। उन्होंने बताया है कि हां वो शैतानी चर्च में गए थे। उन्होंने बताया कि उस दौरान वह इंग्लैंड में शूट कर रहे थे और एक लड़की ने आकर उनसे खाने के लिए पूछा।
जिस पर हनी सिंह ने हामी भरी थी। उसके बाद वह एक रेस्टोरेंट में खाना खाने के लिए गए थे। सिंगर ने बताया कि बैंकॉक में एक रेस्टोरेंट है- अलसिन्हा, जो कि पाकिस्तानी रेस्टोरेट है, जहां का वह पुदीना चिकन खाना बहुत पसंद करते हैं और साल 2007 से खाते आ रहे हैं।
हनी सिंह ने कहा कि वह साल 2013 की कहानी सुना रहे हैं, उस लड़की के साथ रेस्टोरेंट में बैठे थे, तभी उसी तरह का पुदीना चिकन उनकी टेबल पर सर्व किया गया, लेकिन उन्होंने उस वक्त कोई ऑर्डर नहीं दिया था। वह यह सब देखकर हैरान थे और उन्हें लगा कि लड़की ने उनके बारे में सभी प्रकार की चीजें पता करके बुलवाई हैं, जिसके बाद उनका पसंदीदा खाना मंगवाया गया है।
उसके बाद उस लड़की ने उनसे ऊपर चलने के लिए कहा, जहां पर शैतानी चर्च का बोर्ड लगा हुआ था। उन्होंने बताया कि उसे देखने के लिए वह काफी एक्साइटेड थे, जिसके कारण वह उस चर्च को देखने के लिए पहुंच गए, क्योंकि उनका कहना था कि उन्होंने साल 2012 से भगवान को मानना बंद कर दिया था और वह शैतानी हरकतें करते थे और शराब पीते थे, नशा करते थे। वह उस चर्च के अंदर जाकर बच्चों की तरह कुर्सियों पर बैठ गए थे।
इंदौर के मशहूर खाऊ ठिये छप्पन दुकान पहुँचे दिलजीत, उमड़ा फैंस का हुजूम
मालवा के आंगन में पंजाबी मुंडे की अगवानी धूमधाम से हुईं। विमानतल से उस होटल तक उनके साथ हुजूम उमड़ता रहा, जहां वे ठहरे हैं। विमानतल पर ही उन्होंने इन्दौरी नाश्ते पोहा जलेबी की याद की औऱ उन्होंने इस नाश्ते का स्वाद लेकर इन्दौरी पोहे के स्वाद को यादगार बना लिया। अकस्मात ही वह इंदौर के खाऊ ठिये पहुँचे। हालांकि सुरक्षा बंदोबस्त पूरे थे फ़िर भी दोसांझ के दीवाने स्वयम को रोक नही पाए और उनके नज़दीक तक जा पहुचे।