यह सवाल कई दिन से मेरे मन में चल रहा है,
जो कल तक दिल में था आज क्यों बदल रहा है,
जो मेरे विचारों का सूरज था आज क्यों ढल रहा है,
दुश्मनी पे क्यों उतारू है जानने को दिल मचल रहा है,
दिल का आइना देखा तो जान पाया कि.
वोह तो किसी और के सांचे में ढल रहा है,
बस चन्द सिक्के दौलत के न जुटा पाया मैं,
तो किसी दौलतमंद के लिए राह बदल रहा है!
बेटे के वियोग में गीत बनाया , बन गया प्रेमियों का सबसे अमर गाना
साल था 1957 । फ़िल्म “जनम जनम के फेरे” रिलीज हुई। यह म्यूजिकल हिट साबित हुई । इस फ़िल्म के एक गाने “जरा सामने तो आओ छलिये” ने तो जैसे…