इंदौर । इंदौर में कोरोना वायरस से चल रही जंग के बीच एक ऐसी खबर आई जिसमे इंदौर नगर निगम के इतिहास में पहलीबार महिला अधिकारी को निगम की कमान मिली है। राज्य सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाल को कमिश्नर के पद पर पदस्थ किया है। वे निगम की 53 वी कमिश्नर है।
तीसरे लॉक डाउन में निगम कमिश्नर बदला
लॉक डाउन के दौरान इंदौर में दो बड़े परिवर्तन सरकार ने किए है। जिस समय जनता कर्फ्यू के साथ पहली बार लॉक डाउन अनाउंस हुआ था तब सरकार ने कलेक्टर लोकेश जाटव को यहां से हटाकर मनीष सिंह को इंदौर का कलेक्टर बना दिया। इसके बाद 4 मई से लागू हुए तीसरे लॉक डाउन के दौरान सरकार ने दूसरा बड़ा फैसला लेते हुए निगम कमिश्नर आशीष सिंह को महाकाल की नगरी उज्जैन का कलेक्टर बनाकर उनके स्थान पर महिला अधिकारी प्रतिभा पाल को इंदौर नगर निगम कमिश्नर की जिम्मेदारी सौंप दी। डेढ़ माह में दो नई बड़ी पोस्टिंग से शहर को फायदा होगा।
फिर साथ साथ हुए कलेक्टर – कमिश्नर
जानकारी के मुताबिक इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह जब उज्जैन कलेक्टर थे तब प्रतिभा पाल उज्जैन निगमायुक्त थीं। दोनों ने कुछ उज्जैन में साथ साथ काम किया। अब इंदौर में भी दोनों साथ हैं। इससे इंदौर के विकास को गति मिलेगी।
इंदौर की 53 वी कमिश्नर बनी प्रतिभा पाल
मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ महिला अधिकारी प्रतिभा पाल सतना और उज्जैन नगर निगम आयुक्त रह चुकी हैं । प्रतिभा पाल, की पहचान एक सख्त प्रशासक है। इस नई पोस्टिंग के साथ इंदौर नगर निगम में पहली बार महिला अधिकारी को कमिश्नर बनाया गया है।
अगर गजट नोटिफिकेशन हुआ तो ……
सरकार ने एक साल के लिए प्रदेश में प्रशासनिक समितियो का गठन करने ऐलान तो कर दिया है , लेकिन अभी इसका गजट नोटिफिकेशन नही होने के कारण समिति का गठन नही हुआ है। लॉक डाउन के बाद अगर इसका गजट नोटिफिकेशन हो जाता है तो पूर्व महापौर से प्रशासनिक समिति का अध्यक्ष बनने पर मालिनी गौड़ को शहर के विकास के लिए निगम कमिश्नर से अच्छा सपोर्ट मिल सकता है।
साभार :- विपिन नीमा