प्रधानमंत्री ने कल से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के लाभप्रद होने का विश्वास व्यक्त किया
सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी बड़े मुद्दों को एकजुट होकर आगे बढ़ाया जा सकता है
श्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार विपक्ष का सहयोग प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करेगी
विभिन्न दलों ने सुझाव दिया कि महिला आरक्षण, पदोनत्तियों में अजा/अजजा के लिए आरक्षण जैसे विधेयक पारित किए जाएं
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्वास व्यक्त किया कि कल से शुरू होने वाला संसद का शीतकालीन सत्र बजट सत्र की ही तरह लाभप्रद सिद्ध होगा। संसदीय कार्यमंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने लालकिले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन की याद दिलाई जिसमें उन्होंने कहा था कि बजट सत्र उत्पादक सिद्ध होगा। श्री मोदी ने कहाकि सरकार विपक्ष का सहयोग लेने के लिए निरंतर बातचीत करेगी और एकजुट होकर सभी मुद्दों को आगे बढ़ाया जा सकता है।
प्रारंभिक वक्तव्य में श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी पार्टियों की चिंताओं और सुझावों को शामिल करने के अतिरिक्त प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि 37 विधेयक बकाया हैं जिन्हें सरकार पारित कराना चाहेगी। ये विधेयक निवेश संवर्द्धन, व्यापार करने की प्रक्रिया को सरल बनाने, सहकारी संस्थाओं, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सुदृढ़ बनाने, उच्चतर शिक्षा, अपहरणकर्ताओं को कड़ा दंड देने, कोयला अध्यादेशों के स्थान पर कानून बनाने, चिकित्सा और मानव स्वास्थ्य अनुसंधान में नैतिक पद्धतियों को बढ़ावा देने, अजा और अजजा, पुराने और अप्रचलित कानूनों को हटाने आदि से संबंधित हैं।
बैठक में महत्वपूर्ण केंद्रीय मंत्रियों और 26 राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया।
विभिन्न राजनीतिक दलों ने सुझाव दिया कि पदोन्नतियों में अजा और अजजा के लिए आरक्षण, महिला आरक्षण विधेयक, देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और सूखा, न्यूनतम समर्थन मूल्यों के बारे में डॉ. स्वामिनाथन की रिपोर्ट के कार्यान्वयन, कुछ शहरों में पूर्वोत्तर के लोगों पर हमले, संस्कृत को सम्पर्क भाषा बनाने, विदेश नीति संबंधी मुद्दों, किसानों के मुद्दों और समाज के कमजोर वर्गों पर हमलों आदि पर विचार किया जाना चाहिए।
बाद में श्री वेंकैया नायडू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सर्वदलीय बैठक अत्यंत सार्थक रही है। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि संसद के दोनों सदनों में यह दिखाई देगा।