सत्यसनातनधर्मो विजयतेतराम् – रक्षाबंधन पर्व इतिहास के वातायन से
भारतीय प्राचीन त्योहारों में रक्षाबंधन का विशिष्ट स्थान है। रक्षा-बंधन का अर्थ है – रक्षा का बंधन। रक्षाबंधन एक सामाजिक, पौराणिक, धार्मिक और ऐतिहासिक भावना के धागे से बना एक…
सर्वप्रथम किसने बांधी राखी किस को और क्यों…?
पौराणिक शास्त्रों में ऐसा वर्णन है जो 100 अश्वमेध यज्ञ पूर्ण कर लेता है उसे इंद्र का पद मिल जाता है, ये रघुकुल के धर्मात्मा महाराज दिलीप ने भी किये…
आज भी प्रासंगिक है राखी का पर्व
प्राचीनकाल से हिन्दुओं समाज की कार्यकुशलता और पर्व त्योहारों की निरन्तरता के पीछे उनकी ‘पर्व व्यवस्था’ की अवधारणा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है। भारत के प्रत्येक प्रदेश में जाति और…