शिवपुरी (IDS-PRO) केन्द्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि वेमौसम बारिश एवं ओला वृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई फसलों की इस दुख की घडी मे किसान भाई र्धेर्य एवं हिम्मत रखे। वे अपने आपको अकेला एवं असहाय ना समझे। केन्द्र एवं राज्य सरकार उनके साथ है। केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र के ओला वृष्टि से प्रभावित ग्रामों मे पहुंचकर, ग्रामीणों से चर्चा कर, उनकी फसलो की क्षति के संबंध मे जानकारी ली।
श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने रविवार को ग्राम बूडदा, गणेशखेडा, सेमईखेडी, गाजीगढ, घोरिया, गोर्वधन, कमरौआ,सुमेढ, आदि ओला प्रभावित ग्रामों का भ्रमण कर, किसानों की समस्याओ को सुना । उन्होने कहा कि प्राकृतिक घटनाओं पर हमारा एवं आपका कोई बश नही है। लेकिन इस दुख की घडी मे केन्द्र एवं राज्य सरकार आपके साथ है। पीडित किसानों की क्षतिग्रस्त फसलों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जावेगी। किसानो के साथ कसी प्रकार का अन्याय नही होने दिया जावेगा।
श्री तोमर ने जिला प्रशासन द्वारा फसलो की क्षति हेतु किए जा रहे सर्वे कार्य की सराहना करते हुए कहा कि सर्वे का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है। सर्वे उपरांत रिर्पोट ग्राम पंचायत के पंचायत भवन पर सार्वजनिक की जावेगी। इसमे अगर किसी पात्र किसान का नाम छूट जाता है, तो उस किसान के खेत का पुनः सर्वे भी किया जावेगा। उन्होंने निर्देश दिये की सर्वे करने बाला दल पूरी उदारता के साथ सर्वे का कार्य करे। जिससे कोई भी पात्र एवं पीडित किसान राहत राशि से बंचित ना रहा सके। राज्य शासन के प्रावधानों कें तहत जिन खेतों की फसलो का 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है, उसे शत् प्रतिशत नुकसान मानकर राहत राशि प्रदाय की जावे।
ओला पीडितों की सहायता हेतु प्रधानमंत्री से की चर्चा
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ओला पीडित किसानों के लिए केन्द्र सरकार से भी हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जावेगी। प्रदेश को मिलने बाली राशि मे किसी प्रकार की कंजूसी एवं कटौती नही की जावेगीं। इस संबंध मे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भी पीडित किसानों को राहत राशि प्रदाय किये जाने के संबंध मे चर्चा की गई है।
श्री तोमर ने कहा कि पीडित किसानों को पहले 500 रू. प्रति हेक्टेयर के मान से राहत राशि प्रदान की जाती थी, लेकिन म.प्र. की शिवराज सरकार ने गेहूॅ, चना, सरसों, आदि फसलो का ओलावृष्टि से नुकसान होने पर 15 हजार रू. प्रति हेक्टेयर के मान से राहत राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही ओला पीडित ऐसे किसान जिनकी पुत्री की शादी है, उन किसानेां को आगामी फसल आने तक शादी हेतु 25 हजार रू. की अतिरिक्त राशि प्रदान की जावेगी। ओलावृष्टि से पशुहानि होने पर बडे पशुओ को 16 हजार रू. की राशि एवं छोटे पशुओं के मरने पर 1650रू. की राशि तथा मुर्गा, मुर्गी के मरने पर भी राहत राशि प्रदाय की जावेगी।
उन्होने बताया की पीडित किसानों को आगामी फसल तक एक रू. प्रतिकिलो गेहूॅ एवं चावल तथा नमक उपलब्ध कराया जावेगा। इस दौरान उन्होने कृषको से सर्वे दल द्वारा फसलो की क्षति का किए जा रहे आंकलन की भी जानकारी ली और निर्देश दिए कि क्रोप कटिंग उपरांत फसल बीमा के तहत भी सहायता उपलब्ध कराई जावेगी। इसके लिए उन्होने जिला प्रशासन को संबंधित बीमा कंपनियों से चर्चा करने के निर्देश दिए। श्री तोमर ने कहा कि किसान का नुकसान देश के लिए बडी क्षति है। इससे देश का कृषि उत्पादन प्रभावित होता है।
इस दौरान क्षेत्रीय विधायक श्री प्रहलाद भारती, भाजपा के जिला अध्यक्ष श्री रणवीर सिंह रावत, पूर्व विधायकगण श्री ओमप्रकाश खटीक, श्री रमेश खटीक, श्री वीरेन्द्र रघुवंशी, जिला कलेक्टर श्री राजीव दुबे, पुलिस अधीक्षक श्री एम.एल.छारी, अपर कलेक्टर श्री जेड.यू.शेख,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डी.के.मौर्य, अनुविभागीय दण्डाधिकारी शिवपुरी श्रीमती नीतू माथुर, पोहरी श्री जे.एस.बघेल,जिला पंचायत सदस्य श्रीमती रामकली चैधरी, ग्वालियर से श्री राकेश जादौन, श्री धर्मेन्द्र सिंह , श्री गुडडू तोमर, श्री कप्तान सिंह सहसारी सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण साथ थे।