शिवपुरी (IDS-PRO) ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के लिए ग्वालियर संभाग में अगले महीने से सुशासन शिविर आयोजित किए जाएंगे। इनका आयोजन ग्राम पंचायत स्तर पर होगा। इनमें अधिकारियों द्वारा जनसमस्याओं का मौके पर निराकरण किया जाएगा। साथ ही योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी और अधिकारी मैदानी हकीकत जानेंगे। शिविरों के आयोजन के संबंध में संभाग आयुक्त श्री के.के.खरे द्वारा संभाग के कलेक्टरों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के अंतर्गत संभाग की 1909 ग्राम पंचायतों में सुशासन शिविर आयोजित किए जाएंगे। आम जनता की समस्या को ध्यान में रखकर यह कार्यक्रम बनाया गया है। इससे ग्रामीणों की समस्याओं का उनकी ग्राम पंचायत में ही सरलता से निराकरण हो सकेगा। उन्होंने अधिकारियों को पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से जनता की समस्याओं का प्रभावी निराकरण करने के निर्देश दिए है। ये शिविर ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित होंगे, जिसके लिए चार स्तरीय व्यवस्थाएं होंगी। इसके पहले स्तर पर पंचायत स्तरीय दल का गठन होगा, जिसमें सरपंच, सचिव, पटवारी, कोटवार तथा स्वास्थ्य, कृषि और पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारी शामिल होंगे। दूसरे स्तर पर प्रत्येक पंचायत के लिए जनपद स्तरीय दल गठित होगा जिसमें पंचायत, महिला एवं बाल विकास, राजस्व, शिक्षा एवं ग्रामीण विकास विभाग आदि के पांच कार्यपालक अधिकारी शामिल होंगे। इनके अलावा प्रत्येक शिविर के लिए जिले के प्रथम या द्वितीय श्रेणी के अधिकारी को प्रभारी नियुक्त किया जाएगा।
प्रत्येक जिले की 40 से 50 ग्राम पंचायतों का एक क्लस्टर होगा, जिसमें एक ही दिन शिविर आयोजित होंगे। इनमें 20 ग्राम पंचायतों का एक जोन होगा जिसमें कलेक्टर या अपर कलेक्टर भ्रमण करके रेण्डम जांच करेंगे तथा पांच पंचायतों का एक सेक्टर होगा, जिसके प्रभारी एसडीएम या डिप्टी कलेक्टर होंगे जिनके द्वारा सतत पर्यवेक्षण किया जाएगा। शिविरों में सीधे हितग्राही की सुनवाई होगी तथा योजनाओं की मैदानी हकीकत की जानकारी ली जाएगी। इनमें पंचायत स्तर पर निपटनें वाले आवेदनों का मौके पर निराकरण किया जाएगा। जिन आवेदनों का अंतिम निराकरण तहसील, जनपद या जिला स्तर पर होना है, उनकी पंचायत स्तर पर की जाने वाली औपचारिकताओं एवं प्रक्रिया की पूर्ति की जाएगी।