रेल बजट में की गई एक अहम घोषणा की दिशा में तत्काल आगे की कार्यवाही करते हुए रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने अब ‘कायाकल्प’ परिषद का गठन किया है और श्री रतन टाटा को इस परिषद का अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस परिषद का उद्देश्य भारतीय रेलवे में सुधार, व्यापक बदलाव और उसकी बेहतरी के लिए अनूठे तरीके एवं प्रक्रियाएं सुझाना है।
यह परिषद एक स्थायी निकाय होगी और यह सभी हितधारकों एवं अन्य इच्छुक पक्षों से सलाह-मशविरा करेगी। इस परिषद में अखिल भारतीय रेलकर्मी संघ (एआईआरएफ) के महासचिव श्री गोपाल मिश्रा और राष्ट्रीय भारतीय रेलकर्मी संघ (एनएफआईआर) के महासचिव डॉ. एम. राघावैय्या भी आंरभ में इसके सदस्य के तौर पर रहेंगे। एआईआरएफ और एनएफआईआर रेल कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले दो मान्यता प्राप्त संगठन हैं। परिषद के अन्य सदस्यों की घोषणा उचित समय पर कर दी जाएगी।
इस परिषद के गठन से रेल बजट भाषण में किया गया एक और वादा पूरा हो गया है। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने 26 फरवरी, 2015 को संसद में रेल बजट 2015-16 पेश करते हुए कहा था, ”हर गतिशील संगठन को अनूठे उपाय करके अपने कामकाज के तौर-तरीकों में व्यापक बदलाव लाने चाहिए। नवाचार, तकनीकी विकास एवं विनिर्माण के लिए माननीय प्रधानमंत्री के विजन को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ‘कायाकल्प’ के नाम से एक नवाचार परिषद के गठन का इरादा व्यक्त करती है, ताकि उसके कामकाज में नए सिरे से बदलाव आए और रेलवे में अनूठे उपाय अपनाने की भावना पैदा हो।”