राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में वर्ष 2013 के राष्ट्रपति स्काउट/गाइड/रोवर/रेंजर और वयस्क नेता पुरस्कार/प्रमाण पत्र प्रदान किए।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रपति पुरस्कार/प्रमाणपत्र देने की परंपरा 1961 से चली आ रही है, जब भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने खुद को भारत स्काउट और गाइड संगठन से जोड़ा था। इस पुरस्कार ने हमेशा से स्काउटों और गाइडों की पीढ़ियों को सामुदायिक सेवा, राष्ट्र निर्माण के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा उन्हें यह जानकर खुशी हुई है कि उनके समर्पण उद्देश्यपूर्ण गतिविधियों ने राष्ट्रीय एकता और अंतर्राष्ट्रीय सौहार्द का मार्ग प्रशस्त किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत स्काउट और गाइड निचले स्तर पर नेतृत्व की भावना पैदा करने के लिए चिरस्थायी मंच बन सकता है। उन्होंने स्काउटों और गाइडों का ध्यान हाल ही में शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान की ओर दिलाया जो पूरी तरह से श्रम के गौरव पर आधारित है, ऐसे मूल्य जो स्वयं महात्मा गांधी ने अपनाए थे। उन्होंने कहा कि उनका दृढ़ विश्वास है कि भारत स्काउट और गाइड आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय कर्तव्य की अभिलाषा की मूल भावना को अपनाएगा। उन्होंने भारत स्काउट गाइड का आह्वान किया कि वह युवा मस्तिष्क में सहिष्णुता की भावना पैदा करें। उन्होंने कहा कि वह संगठन के प्रत्येक सदस्य को उसकी निस्वार्थ सेवाओं के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं जिसने न केवल वंचितों और जरूरतमंदो को सहायता प्रदान की बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की नज़रों में देश की प्रतिष्ठा को बढ़ाया।