ये जो फोटो आप देख रहे हैं किसी शादी-सम्मेलन में सजावट का नहीं है। ये सौ साल पूरे कर चुके सराफा बाजार का है। दो-तीन महीने पहले तक समोसा कार्नर से सराफा चौक (भेरू बाबा मंदिर) तक दो पहिया वाहन से जाने पर भी दस बार सोचना पड़ता था क्योंकि वाहनों की रेलमपेल ऐसी रहती थी कि गाड़ी लगभग रेंगते हुए चलानी पड़ती थी। नवश्रृंगारित सराफा बाजार बुला रहा है कि आइए दीपावली सीजन की खरीदारी इन उत्सवी दिनों में कर लीजिए और साथ में ईनाम भी ले जाइए।
इस बाजार के दुकानदारों को समझ आ गया है कि वो खुद ही बाजार की मंदी का कारण बने हुए थे। जब दुकानों के आगे खुद दुकानदारों और उनके कर्मचारियों के वाहन जगह घेर कर खड़े रहेंगे तो चांदी की बिछुड़ी या नाक का कांटा लेने का मन बना कर आया ग्राहक भी क्यों दुकान का रुख करेगा। दुकान में तो वो बाद में आएगा पहले यह देखेगा कि गाड़ी पार्क करने की जगह भी है या नहीं।
यदि दीवाली के शुभ मुहूर्त में खरीदारी की सोच रहे हैं या घर में बेटी की शादी के लिए रकम-जेवर बनवाने का विचार है तो यह पारंपरिक बाजार आप के स्वागत के लिए बैचेन है। बड़े शोरूम की तरह यहां भी फेस्टिवल ऑफर चल रहा है। कम से कम तीन हजार रु की खरीदी पर एक ईनामी कूपन दे रहे हैं। इस सराफा उत्सव को लेकर दुकानदारों के उत्साह का अंदाज इससे भी लग सकता है कि इस बार अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकानों में खास तौर पर सजावट की है।
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हुकम सोनी, अध्यक्ष सराफा एसोसिएशन सराफा एसोसिएशन अध्यक्ष हुकम सोनी बताते हैं यह फेस्टिवल 2 नवंबर तक चलेगा, जिसमें सोना-चांदी खरीदने वाले ग्राहकों को हर दिन हजारों के इनाम दिए जाएंगे। साथ ही आखिरी दिन खुलने वाले लकी ड्रॉ में कई बड़े इनाम भी मिलेंगे।सराफा की हर दुकान पर इनामी कूपन रखे गए हैं। 3000 रुपए की खरीदारी करने पर हर ग्राहक को यह कूपन दिया जाएगा। रोज करीब 5 बड़े ईनाम खुलेंगे। वही दीपावली के दूसरे दिन 8 नवंबर को बंपर ड्रॉ में पहले दूसरे और तीसरे इनाम में बड़ी कार, चौथे और पांचवें में सोने-हीरे के जेवर, छठे और सातवें में बाइक और आठवां दुबई का कपल ट्रिप है।अभी जो हर दिन ड्रा खुल रहा है उसमें एलईडी टीवी से लेकर मोबाइल, ब्लूटूथ स्पीकर, चांदी के सिक्के और सोने की चेन आदि उपहार में दी जा रही है।
- सराफा ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल रांका का कहना है यह फेस्टिवल इसलिए कि व्यापारियों के व्यापार में वृद्धि हो और लोग फिर खरीदी के लिए सराफा का रुख करें। सराफा आने वाले ग्राहकों को कोई तकलीफ ना हो, इसके लिए वाहन पार्किंग की भी पूरी तरह व्यवस्था हैं।
- सराफा एसोसिएशन के महामंत्री अविनाश शास्त्री ने अवंतिका से चर्चा में कहा इस फेस्टीवल के रिस्पांस का अंदाज इली से लगा लीजिए कि सराफा में सुबह से शाम तक चहल-पहल, खरीदारी आदि से दुकानदारों के चेहरों पर रौनक लौट आई है।
ईनामी कूपन का आकर्षण तो है
एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अविनाश आनंद कहते हैं ईनामी कूपन का आकर्षण खूब है। ये जो चहल पहल है इसकी वजह यह भी कि तीन हजार रु तक की खरीदारी मध्यम वर्ग की जेब पर भी भारी नहीं पड़ती, उसे एक कूपन में भी यह उत्सुकता रहती है कि हो सकता है बंपर ड्रा में बड़ा ईनाम खुल जाए। दुकानदारों को अपने वाहन आसपास की गलियों में रखने के लिए लंबे समय से सक्रिय सुधीर गुप्ता को इस बात का संतोष है कि उनकी पहल रंग लाई और दुकानदारों के वाहनों से मुक्त होने के कारण सड़क अब संकरी नहीं है। इस अभियान में सराफा थाना पुलिस के सहयोग का भी जिक्र करना नहीं भूलते।
धनतेरस का असर अभी से
ईनामी ड्रॉ की अवधि 2 नवंबर तक होने से सराफा के अधिकांश ज्वेलर्स मान कर चल रहे हैं कि इस अवधि में पुष्य नक्षत्र मुहूर्त रहने से इस खास दिन पर की जाने वाली खरीदारी तो होगी ही, धनतेरस चूंकि बाद में है तो उस दिन जो सराफा बाजार में रेकार्ड बिक्री होती रही है वह भी इसी दौरान हो सकती है। दुकानदार मान कर चल रहे हैं कि ड्रा वाली अवधि में ही धनतेरस के दौरान की जाने वाली खरीदी की बुकिंग करा के ग्राहक कूपन ले सकते हैं इससे उन्हें ईनाम खुलने का अतिरिक्त फायदा हो सकता है।
लेखक :- कीर्ति राणा