समर्पण का भाव
एक बार एक बेहद ख़ूबसूरत महिला समुद्र के किनारे रेत पर टहल रही थी।समुद्र की लहरों के साथ कोई एक बहुत चमकदार पत्थर छोर पर आ गया।महिला ने वह नायाब…
वाणी पर नियंत्रण
क बार की बात है,नयासर गांव में एक ईमानदार लड़का रहता था,वह सभी से प्यार से बाते करता था जिससे जलन के मारे एक बार एक बूढ़े आदमी ने अफवाह…
देव दीपावली
जानिए इस दिन देवता क्यों मनाते हैं दिवाली..?देव दीपावली, जिसे देव दिवाली या “देवताओं की दिवाली” भी कहा जाता है, भारत के सबसे प्राचीन और पवित्र नगरों में से एक,…
पूर्णिमा पर क्यों सुनी जाती है सत्यनारायण व्रत कथा ?
आमतौर पर देखा जाता है किसी शुभ काम से पहले या मनोकामनाएं पूरी होने पर सत्यनारायण व्रत की कथा सुनने का विधान है। सनातन धर्म से जुड़ा शायद ही कोई…
बीता हुआ समय दोबारा नही आता
एक नगर में एक बहुत ही धनवान व्यक्ति रहता था, उस व्यक्ति ने अपना सारा जीवन पैसे कमाने में लगा दिया, उसके पास इतना धन था, कि वह उस नगर…
सबसे समर्थ और सबसे सच्चा साथी
एक छोटे से गाँव मे श्रीधर नाम का एक व्यक्ति रहता था स्वभाव से थोड़ा कमजोर और डरपोक किस्म का इंसान था! एक बार वो एक महात्माजी के दरबार मे…
भगवान विष्णु ने क्यों लिया कच्छप अवतार
शास्त्रों के अनुसार असुरों के राजा दैत्यराज बलि के काल में असुर बहुत शक्तिशाली हो गए थे क्योंकि उन्हें दैत्य गुरु शुक्राचार्य की भी महाशक्ति प्राप्त थी। देवता, दैत्यों की…
दुःख और सुख
पाप से मन को बचाये रहना और उसे पुण्य में प्रवृत्त रखना यही मानव जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ है। एक बहुत अमीर सेठ थे। एक दिन वे बैठे थे…
प्रभु कृपा दिखाई नही देती लेकिन होती जरूर है
एक औरत रोटी बनाते बनाते “ॐ नम: शिवाय ” का जाप कर रही थी… अलग से पूजा का समय कहाँ निकाल पाती थी बेचारी, तो बस काम करते करते ही!!…
सत्यसनातनधर्मो विजयतेतराम् – रक्षाबंधन पर्व इतिहास के वातायन से
भारतीय प्राचीन त्योहारों में रक्षाबंधन का विशिष्ट स्थान है। रक्षा-बंधन का अर्थ है – रक्षा का बंधन। रक्षाबंधन एक सामाजिक, पौराणिक, धार्मिक और ऐतिहासिक भावना के धागे से बना एक…










