अहसास

आओ फिर से जिएँ, सपने को जीवन में बदलने और जीवन को सपने में ! चलो फिर एक बार लिखे, खुशबू से भरे भीगे ख़त ! जिन्हें पढ़ते-पढ़ते भीग जाते…

प्यार आया

सुप्त अभिलाषाओं को नेहिल स्पर्श से जगाया शुष्क डालियों में… नवजीवन का सुमन खिलाया भीगी पलकों के अश्कों को तुम्हारे एहसासों की तप्त साँसों ने सुखाया उलझी लटों… अल्कों को…

वृन्दावन का कृष्ण कन्हैया

वृन्दावन का कृष्ण कन्हैया सबकी आँखों का तारा मन ही मन क्यों जले राधिका ! मोहन तो सब का प्यारा, वृन्दावनका. . . . जमुना तट पर नन्द का लाला…

जन्नत

वोह जन्नत की कोई हूर थी, जिसकी हर अदा थी मुख़्तसर ! उसकी झील सी नीली आँखों में, मैं बेख़ौफ़ डूबा रहा उम्र भर ! जिसकी मोहब्बत करती रही, मेरी…

Heroine

Review :- Multiple National-Award winning filmmaker Madhur Bhandarkar takes vicarious pleasure in giving his audience a ring-side view of various walks of life. His Chandni Bar (2001) dealt with Mumbai…

गुंजाइश

गुनाहों के आसमान से, आज अंधेरों की बारिश है ! ज़ख्म से तड़पते उजालों की, मुसलसल रहम की गुजारिश है !! सरपरस्त बने कातिलों की, बहुत ही बेरहम ख्वाहिश है…

बेटी

घर की सब चहल – पहल है बेटी, जीवन में खिला कमल है बेटी ! कभी धूप गुनगुनी सुहानी, कभी चंदा शीतल है बेटी !! शिक्षा, गुण संस्कार रोप दो,…

गैस सिलिंडर

जनता से बोली… डायन महंगाई… सुन रे भारत माता की संतान जादू काला पढ़ दिया है अब सब होंगे बर्बाद सब होंगे बरबाद अब न कुछ पिए न खाए फैलाउंगी…

Barfi

Review: He was born to a song playing on a Murphy radio, but this ‘Murphy’ baby (Ranbir) aka Barfi has a different law. Everything that has to go wrong will…

Jeena Hai Toh Thok Daal

Review: Straight up – Jeena Hai Toh Thok Daal (JHTTD) is a nightmare. My strongest objection to it is its extreme violence in language. Foul-mouthed films aren’t new. Filmmakers often…