मरीज की जान जाए, लेकिन बिना डिपॉजिट नहीं शुरू करेगे उपचार
गोकुलदास हॉस्पिटल का असल सच, मरीज की जान जाए, लेकिन बिना डिपॉजिट नहीं शुरू करेगे उपचार। आखिरकार एमवाई का ही लेना पड़ा सहारा नहीं तो मरीज की चली जाती जान।…
सन् 2010 से चल रहे ‘इंदौर दिल से’ वेब चैनल (पोर्टल) का आप सभी पाठकों का अच्छा प्रतिसाद मिला है। इसी विशवास को आगे बढाते हुए अब "इंदौर दिल से" आपके समक्ष एक नए रंग में प्रस्तुत है । ‘इंदौर दिल से’ में आपकी हर उन बातों को शामिल करने की कोशिश की गयी है, जो आप पढ़ना और देखना पसंद करेंगे । यहां पाठकों द्वारा दिए जाने वाले सुझावों का भी ध्यान में रखने की कोशिश की जाती है। साथ ही आप यदि चाहते हैं हम आपके कार्यक्रमों को कवरेज दें ( News, Events Live, D-Live), तो आप हमें जरुर इसकी जानकारी प्रदान करे।
Contact UsIf you want to send any Article, Feature and News or any Suggestion you can directly send it to –
गोकुलदास हॉस्पिटल का असल सच, मरीज की जान जाए, लेकिन बिना डिपॉजिट नहीं शुरू करेगे उपचार। आखिरकार एमवाई का ही लेना पड़ा सहारा नहीं तो मरीज की चली जाती जान।…