देपालपुर (संदीप सेन) : केंद्र व राज्य सरकार स्वास्थ्य केंद्रों में लाखों रुपए खर्च कर दवाईया उपलब्ध करवा रही है। वहीं दूसरी ओर मरीजो को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के मुख्यालय का है। बेटमा रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देपालपुर जहां पर सुविधाएं नही को लेकर कई बार नगर की जनता और समाजसेवी मंचों ने आवाज उठाई है। वहीं दूसरी ओर राजनीतिक नेता और अधिकारी कर्मचारी मरीजों के साथ बड़ी नाइंसाफी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जब गरीब रुपयों नहीं होने के कारण सरकारी अस्पतालों के दरवाजे खटखटाता है तो उनका ठीक से इलाज भी नहीं हो सकता। इंदौर जिले के देहात क्षेत्र की सबसे बड़ी विधानसभा होने के बाद भी यहां पर सोनोग्राफी मशीन बंद पड़ी हुई है। इसके कारण गर्भवती मां बहने सोनोग्राफी करवाने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है और बजार के प्राइवेट लेब पर ज्यादा रुपए देकर सोनोग्राफी करवानी पड़ती है। जिससे आर्थिक कष्ट का भी सामना करना पड़ता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देपालपुर में मरीजों के लिए पीने के पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। वहां की पानी की टंकियों में काफी हद तक टंकियों में कंजी जम चूकि है। इस संबंध में ब्लाक मेडिकल ऑफिसर वीरेंद्र राजगीर से हमने बात की तो उन्होंने कहा कि पानी की कोई कमी नहीं है। केवल बोरिंग में पानी की मोटर डालने की आवश्यकता है। इसके बाद कोई भी मरीज को पानी के लिए इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा।
“हमें किसी निर्दलीय से बात करने की आवश्यकता नहीं” – कमलनाथ
भोपाल में मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि आज क्या चर्चा करूँ कल इसी समय आइये लम्बी चर्चा करेंगे। मप्र में नई सरकार कांग्रेस की बनेगी या…