गांव की बदलेगी तकदीर और तस्वीर – कलेक्टर

इंदौर (IDS-PRO) प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर इंदौर की सांसद और लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने इंदौर जिले में सांवेर विकासखण्ड के पोटलोद गांव को आदर्श गांव बनाने का निर्णय लिया है। यह गांव इंदौर से करीब 53 किलोमीटर दूर है। इस गांव में आदर्श गांव में तब्दील करने के लिये कार्रवाई भी तेजी से शुरू कर दी गयी है। इसी सिलसिले में आज कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने विभिन्न शासकीय विभागों के अधिकारियों के साथ इस गांव का भ्रमण किया। उन्होंने इस गांव के ग्रामीणों से रूबरू होकर उनकी समस्याएं जानी। भ्रमण के दौरान कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने ग्रामीणों और अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की। बैठक में उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर गांव में कराये जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी ली। ग्रामीणों की मांग पर ही मौके पर अनेक विकास और निर्माण कार्यों की स्वीकृति दी। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष सिंह भी मौजूद थे।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कहा कि इस गांव को आदर्श गांव बनाने में कोई भी कोरकसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि शासन-प्रशासन तो अपने स्तर से इस गांवको आदर्श गांव बनायेगा ही, परन्तु ग्रामीणों के भी इस कार्य में अपना सक्रिय और सकारात्मक सहयोग देना होगा। ग्रामीणों ने सहर्ष स्वीकृति देते हुए कहा कि यह हमारे लिये सौभाग्य का विषय है कि इस गांव का चयन आदर्श गांव के लिये हुआ है। हम इस गांव के विकास, रचनात्मक गतिविधियों और गांव की बेहतरी के लिये पूरा सहयोग देंगे।

अनेक नये शासकीय भवन बनेंगे
पोटलोद गांव को आदर्श गांव बनाने के लिये मूलभूत सुविधाओं के विस्तार के साथ ही पुराने भवनों के स्थान पर नये भवन बनाये जायेंगे। इस गांव में लगभग 60 साल पुराने पंचायत भवन को तोड़कर नया पंचायत भवन बनाया जाएगा। उपस्वास्थ्य केन्द्र भवन का भी निर्माण किया जाएगा। उपस्वास्थ्य केन्द्र अभी 40 साल पुराने जीर्णशीर्ण भवन में लग रहा है। गांव में मांगलिक भवन का निर्माण किया जाएगा साथ ही एक नया आंगवाड़ी भवन बनाया जाएगा और गांव के स्कूल की बाण्ड्रीवाल बनायी जाएगी।

सड़कों का विस्तार होगा
पोटलोद गांव में पक्की सीमेंटीकृत सड़कें बनायी जाएगीं। पुरानी सड़कों की मरम्मत कर उन्हें बेहतर बनाया जाएगा। ग्रामीणों को खेत तक आसानी से पहुंचने की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये मुख्यमंत्री खेत सड़क योजना के तहत रोड़ बनाया जाएगा। गांव में 35 किलोमीटर लम्बाई की छोटी-मोटी सड़कें बनायी जाएगीं।

पोटलोद गांव को बनाया जाएगा निर्मल ग्राम भी
पोटलोद गांव में लगभग साढ़े 600 परिवार और इतने ही घर हैं। इसमें से अधिकांश घरों में स्वच्छ शौचालय बन चुके हैं। मात्र 67 घरों में ही स्वच्छ शौचालय बनना बाकी है। इन घरों में भी आगामी 15 दिनों में स्वच्छ शौचालय बना दिये जायेंगे। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने बताया कि स्वच्छ शौचालय बन जाने के बाद स्वच्छता संबंधी अन्य कार्य भी तेजी से किये जायेंगे। इसके बाद इस गांव का प्रस्ताव निर्मल ग्राम पंचायत घोषित करने के लिये दिल्ली भेजा जाएगा।

70 लाख रूपये की लागत से बनेगी नल-जल योजना – घर-घर होगा नल कनेक्शन
ग्रामीणों की मांग पर इस गांव में 70 लाख रूपये की लागत से नल-जल योजना स्थापित की जाएगी। इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों के घर-घर में नल कनेक्शन देकर पेयजल पहुंचाया जाएगा। इस कार्य में ग्रामीण करीब 2 लाख रूपये का जनसहयोग करेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि इस नल-जल योजना के लिये 15 दिन में प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति ले ली जाए और इसका काम शुरू कर दिया जाए।

साफ-सफाई के लिये रखे जायेंगे सफाई कर्मी
इस गांव में जगह-जगह कूड़ा-करकट फैला हुआ है। सड़कों पर कीचड़ हो जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि घर-आंगन की सफाई तो नियमित होती है, परन्तु गांव में सार्वजनिक सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। इस अवसर पर तय किया गया कि गांव में नियमित साफ-सफाई के लिये सफाई कर्मी रखे जायेंगे। इसके लिये ग्राम पंचायत और ग्रामीण मिलकर खर्च उठायेंगे।

विद्युत आपूर्ति बेहतर बनाने के लिये अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगेंगे
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में वाल्टेज की समस्या है। बिजली के तार काफी पुराने हो चुके हैं। वह कभी भी टूट जाते हैं। ट्रांसफार्मर की भी कमी है। एमपीईबी के अधिकारियों ने बताया कि गांव को आदर्श बनाने के लिये दो अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाये जायेंगे तथा पुराने बिजली के तारों को हटाकर केबल लाइन बिछायी जाएगी।

जनसहयोग से तालाब का गहरीकरण होगा
कार्यक्रम में ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बरसो पुराना एक तालाब है। वह भरपट गया है। पानी नहीं भराता है। पाल जीर्णशीर्ण हो चुकी है। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि इस तालाब का गहरीकरण जनभागीदारी योजना से कराया जाए। इस अवसर पर बताया गया कि जनभागीदारी योजना के लिये ग्रामीणों को भी जनसहयोग करना होगा। उन्हें कुल खर्च का 25 प्रतिशत राशि देना होगी। ग्रामीणों ने सहर्ष स्वीकृति देते हुए कहा कि आप इसका निर्माण कार्य प्रारंभ करवाएं ग्रामीण 25 प्रतिशत का जनसहयोग करेंगे। शेष राशि शासन द्वारा खर्च की जाएगी।

सौ वर्ष पुराने राम मंदिर का जीर्णोद्धार होगा
चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लगभग सौ वर्ष पुराना राम मंदिर है। वह जीर्णशीर्ण हो चुका है। इसके जीर्णोद्धार की जरूरत है। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने निर्देश दिये कि इस मंदिर के जिर्णोद्धार के लिये प्रस्ताव तैयार किया जाए। प्रस्ताव के अनुसार मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जाएगा।

बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा
आज ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में करीब 200 युवा बेरोजगार हैं। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने निर्देश दिये कि इस गांव में जल्दी ही स्वरोजगार शिविर आयोजित किया जाएगा। इसमें सभी रोजगारमूलक योजनाओं से जुड़े विभागों के अधिकारी मौजूद रहकर युवाओं के स्वरोजगार संबंधी योजनाओं के प्रकरण बनायेंगे।

फूलों की खेती को दिया जाएगा बढ़ावा
इस गांव में अधिकांश परिवार खेती-किसानी करते हैं। गांव में सोयाबीन, गेंहू, चना, प्याज, लहसन, आलू आदि की बोआई होती है। किसानों को लाभ की खेती से जोड़ने के लिये इस गांव में फूलों की खेती हो बढ़ावा दिया जाएगा। गांव में कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त करने के संबंध में जानकारी देने के लिये उद्यानिकी वैज्ञानिक भेजे जायेंगे। साथ ही किसानों को कम पानी में फसल लेने के लिये ड्रिप ईरीगेशन से जोड़ा जाएगा।

बीज के मामले में गांव को बनाया जाएगा आत्मनिर्भर
इस गांव में किसानों को बीज के मामले में आत्म-निर्भर बनाया जाएगा। प्रयास यह किये जायेंगे कि गांव के किसानों को बीज नहीं खरीदना पड़े, उनके पास स्वयं का बीज हो, इसके लिये गांव में बीज उत्पादक समिति बनायी जाएगी। इस समिति के माध्यम से बीज का उत्पादन किया जाएगा।

भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) इंदौर के विद्यार्थी भी बना रहे हैं गांव के बेहतरी की योजना
पोटलोद गांव को आदर्श गांव में तब्दील करने की योजना बनाने के कार्य में भारतीय प्रबंधन संस्थान राऊ के विद्यार्थियों का सहयोग भी लिया जा रहा है। इस संस्थान के दस विद्यार्थी गांव में तीन दिन से रह कर ग्रामीणों से मिल रहे हैं और गांव का भ्रमण कर गांव की बेहतरी की योजना बनाने में प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। इस संस्थान के दस विद्यार्थी 19 नवम्बर को गांव में आ गये थे। वे सभी 21 नवम्बर तक गांव में ही रुकेंगे। उक्त सभी विद्यार्थियों ने आज कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें अब तक किये गये सर्वे कार्य की जानकारी दी।

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