शुम्भ, निशुम्भ, चण्ड, मुण्ड और रक्तबीज का वध देवी माँ ने किस प्रकार किया
महामुनि मेधा ने राजा सुरथ और समाधि वैश्य को महा सरस्वती का चरित्र इस प्रकार सुनाया। प्राचीन काल में शुम्भ और निशुम्भ नामक दो परम पराक्रमी दैत्य उत्पन्न हुए थे।…
हनुमानजी का अद्भुत पराक्रम
जब रावण ने देखा कि हमारी पराजय निश्चित है तो उसने 1000 अमर राक्षसों को बुलाकर रणभूमि में भेजने का आदेश दिया। ये ऐसे थे जिनको काल भी नहीं खा…
भारत माता की बेटी को न्याय क्यों नहीं मिला
पुकारती है निर्भया लोकतंत्र के अपने उन अधिकारों कोकहना चाहती दर्द वो अपना सत्ता के भेड़िए नेताओ कोनोच नोच कर खाने वाले बलात्कारी नरभक्षी हेवानो कोचुप क्यों हो जाता प्रशासन…
रक्षा बंधन कथा
रक्षाबंधन का त्योहार सिर्फ लोक परंपरा का हिस्सा भर नहीं है, बल्कि इसके साथ कई पौराणिक कथाएं भी हैं। ऐसी ही एक कथा राजा बली, भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी…
श्रावण सोमवार पौराणिक व्रत कथा
श्रावण सोमवार की कथा के अनुसार अमरपुर नगर में एक धनी व्यापारी रहता था। दूर-दूर तक उसका व्यापार फैला हुआ था। नगर में उस व्यापारी का सभी लोग मान-सम्मान करते…
मातृभूमि संरक्षक की गौरव गाथा
अफजल खान ने गले मिलते वक्त शिवाजी की पीठ में कटार घोंप दी , तब शिवाजी ने अपनी अगुलियों में छुपाये बाघनख को अफजल के पेट में घुसेङ दिया जिससे…
माँ अन्नपूर्णा की पूजा और कथा
अन्नपूर्णा माता को हिंदू धर्म में भोजन की देवी माना जाता है। उन्हें समृद्धि, सम्पत्ति, और संपूर्णता की देवी के रूप में पूजा जाता है। अन्नपूर्णा का अर्थ होता है…
ज्येष्ठ पूर्णिमा वट सावित्री व्रत
सनातन धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्व है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा पड़ती है। ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत 22 जून…
कर्मबंधन
एक राजा बड़ा धर्मात्मा, न्यायकारी और परमेश्वर का भक्त था। उसने ठाकुरजी का मंदिर बनवाया और एक ब्राह्मण को उसका पुजारी नियुक्त किया। वह ब्राह्मण बड़ा सदाचारी, धर्मात्मा और संतोषी…
राजा भोज का प्रश्नन
ऐसा कौन सा कुआं है जिसमें गिरने के बाद आदमी बाहर नहीं निकल पाता ? एक बार राजा भोज के दरबार में एक सवाल उठा कि ऐसा कौन सा कुआं…