ब्याव में दिखावा ने खानपान को अजीरन

ब्याव को टेम चली रयो हे।वेवार रे तो लोगना निवतो बी देइज हे, ने अपना के बी निभाने वास्ते जानो पड़े ने जानो बी चइये। असा मोका पे एक-दूसरा से…

घर का अवेराय नी, बायर वाला की सेवा का चोंचला

मनख का दो रूप रे हे। हाथी का दांत सरीका, खाने का अलग ने दिखाने का अलग। दुनिया का आगे मनख वे सगला खटकरम करे, जो उका वास्तविक जीवन में…

जनता ने झाड़ू फेर दी

भेरू दादा सुबे-सुबे मिली गया। म्हारा से हात मिलायो तो केने लगिया बाबू दादा, तम भोत ठंडा हुई रया हो। म्हने उनके टोकियो कि दादा, म्हारा हात ठंडा हुई रया…

संवेदना अने संस्कार का टुकड़ा-टुकड़ा हुई रया हे

प्रहलाद की कथा हमने सुनी हे। प्रहलाद अपना टेम को घणो प्रतापी ने दानी राजो थो। उनने अपनी नैतिकता का बल पे इन्द्र को राज लय लियो। इन्द्र ने बामन…

एकादशी व्रत को सभी व्रतों का राजा क्यों कहते हैं ?

भगवान विष्णु को अत्यन्त प्रिय है एकादशी का व्रत। पूर्व काल में मुर दैत्य को मारने के लिए भगवान विष्णु के शरीर से एक कन्या प्रकट हुई जो विष्णु के…

इत्र की महक

मथुरा में एक संत रहते थे। उनके बहुत से शिष्य थे। उन्हीं में से एक सेठ जगतराम भी थे।जगतराम का लंबा चौड़ा कारोबार था। वे कारोबार के सिलसिले में दूर…

ज्ञानवर्धक महत्वपूर्ण जानकारी

तुलसीदास जी ने सुन्दर कांड में जब हनुमान जी ने लंका मे आग लगाई थी, उस प्रसंग पर लिखा है –हरि प्रेरित तेहि अवसर चले मरुत उनचास।अट्टहास करि गर्जा कपि…

बर्बरीक की कथा (विस्तार पूर्ण)

आप सब को महाभारत का युद्ध तो याद ही होगा और आप उसके हर एक पात्र को भी भली भांति जानते होंगे मगर शायद आप बर्बरीक के बारे में अधिक…

बर्बरीक कैसे बने खाटू नरेश

बात उस समय कि है जब महाभारत का युद्घ आरंभ होने वाला था.. भगवान श्री कृष्ण युद्घ में पाण्डवों के साथ थे जिससे यह निश्चित जान पड़ रहा था कि…

तुलसी की महिमा

राजस्थान में जयपुर के पास एक स्थान है – लदाणा। पहले वह एक छोटी सी रियासत थी। उसका राजा एक बार शाम के समय बैठा हुआ था। उसका एक मुसलमान…