इंदौर (IDS-PRO) इंदौर जिले में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत महू जनपद पंचायत को पूर्ण स्वच्छ जनपद पंचायत बनाया जायेगा। इसके अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जायेगा कि इस जनपद पंचायत के हर घर में स्वच्छ शौचालय हो। कोई भी व्यक्ति शौचालय के लिये खुले में नहीं जाये। हर गांव में सार्वजनिक साफ-सफाई की नियमित व्यवस्था की जायेगी। गांवों में कचरा निपटान के पुख्ता इंतजाम किये जायेंगे। कचरे से खाद बनाने के लिये नाडेप टांके और वर्मी कम्पोस्ट यूनिटें स्थापित किये जायेंगे। जनपद पंचायत को पूर्ण स्वच्छ बनाने का कार्य एक मार्च तक अभियान चलाकर पूरा किया जायेगा। इस अभियान में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया जायेगा।
यह जानकारी आज यहां कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी द्वारा इस संबंध में कलेक्टर कार्यालय में ली गयी बैठक में दी गयी। बैठक में अपर कलेक्टर विकास तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष सिंह, महू के एसडीएम श्री विजय अग्रवाल सहित महू जनपद पंचायत में पदस्थ ग्रामीण विकास विभाग के मैदानी अधिकारी और ग्राम पंचायतों के सचिव मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने बताया कि इस जनपद पंचायत में साढ़े सात हजार घरों में शौचालय बनाये जाना है। इन शौचालयों के निर्माण का कार्य हर हाल में एक मार्च तक पूर्ण कर लिया जायेगा। यह कार्य करने के लिये उपस्थित सभी मैदानी अधिकारियों को संकल्प दिलवाया गया। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि यह कार्य चुनौतीपूर्ण जरूर है, परंतु असंभव नहीं है। इस कार्य को सभी अधिकारी-कर्मचारी प्रतिबद्ध होकर पूर्ण गंभीरता से करें। उन्होंने बताया कि महू जनपद को पूर्ण स्वच्छ बनाने का कार्य अभियान चलाकर किया जायेगा। अभियान के कार्य की प्रगति की हर सप्ताह समीक्षा की जायेगी। प्रत्येक पंचायत पर एक नोडल अधिकारी बनाया जायेगा। 10 ग्राम पंचायतों पर एक प्रभारी इंजीनियर या परियोजना अधिकारी होगा। इसके अलावा राजस्व अधिकारियों को भी 10-10 ग्राम पंचायतों की जवाबदारी दी जायेगी। बैठक में बताया गया कि महू जनपद को पूर्ण स्वच्छ बनाने के लिये साढ़े 7 हजार घरों में और शौचालय बनाये जाना है। यह सुनिश्चित किया जायेगा कि इन शौचालयों के निर्माण के बाद कोई भी व्यक्ति बाहर खुले में शौच के लिये नहीं जाये। घर तथा आसपास पर्याप्त सफाई रखे। ग्राम पंचायतों में नियमित सफाई की व्यवस्था की जायेगी। इसके लिये प्रत्येक 500 की आबादी पर एक सफाईकर्मी तैनात किया जायेगा। कचरे निपटान की भी पर्याप्त व्यवस्था की जायेगी। गांवों में आवश्यकता के अनुसार पक्की सड़कें और नाली का निर्माण किया जायेगा। कचरे से खाद बनाने के लिये नाडेप टांके तथा वर्मी कम्पोट यूनिट बनायी जायेगी।
बैठक में बताया गया कि इस अभियान के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों को तीन अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कृत किया जायेगा। इसके अलावा 26 जनवरी, 2015 के पूर्व अपने गांव को पूर्ण स्वच्छ बना लेने वाली पंचायतों को भी अलग से पुरस्कृत किया जायेगा। गांवों को स्वच्छ बनाने के लिये जनसहभागिता भी ली जायेगी। एक मार्च तक स्वच्छ के कार्य पूर्ण कर लेने वाली पंचायतें अपना लिखित प्रतिवेदन भी प्रस्तुत करेंगी।