शिवपुरी (IDS-PRO) राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं म.प्र.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशों के तहत पक्षकारों के प्रकरणों का आपसी सुलह एवं समझौते के आधार पर निराकरण किए जाने हेतु आज जिला एवं तहसील स्तरों पर नेशनल लोक अदालतों का आयोजन किया गया। इस लोक अदालतों में जिले में लगभग 1800 न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण कर विभिन्न विभागों द्वारा लगभग 11 लाख 50 हजार रूपये के प्रकरणों का भी निराकरण किया।
जिला न्यायालय परिसर शिवपुरी में आयोजित नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती अंजुली पालो ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, माॅं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर जिला कलेक्टर श्री राजीव दुबे, पुलिस अधीक्षक श्री एम.एल.छारी, जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष श्यामबिहारी भार्गव, विशेष न्यायाधीश एवं लोक अदालत के प्रभारी श्री प्रभाकांत शुक्ला, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र शर्मा सहित न्यायाधीशगण, अधिकारी तथा अधिवक्तागण और पक्षकार आदि उपस्थित थे।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती अंजुली पालो ने नेशनल लोक अदालत के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल लोक अदालत का आयोजन एक महायज्ञ के समान है जिसके माध्यम से बुराई का दहन कर आपसी वैमनस्यता को दूर करना है। उन्होंने कहा कि इस लोक अदालत के आयोजन हेतु लगभग ढाई माह से सभी विभागों के सहयोग से लगातार प्रयास किए गए। इसी का परिणाम है कि इस लोक अदालत में अधिकांश विभागों बैंकर्स आदि भाग ले रहे हैं। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने विभिन्न विभागों, बैंकर्स तथा बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों और वकीलों से आग्रह किया कि पक्षकारों के प्रकरण उदारतापूर्वक निराकरण करें। उन्हें अधिक से अधिक राहत पहुंचाने का प्रयास किया जाए।
जिला कलेक्टर श्री राजीव दुबे ने नेशनल लोक अदालत के आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लोक अदालत हितग्राही एवं पक्षकारों को त्वरित न्याय दिलाने का एक अच्छा फोरम है। हम सभी का कर्तव्य है कि नेशनल लोक अदालत की भावना के अनुरूप कार्य कर अधिक से अधिक पक्षकारों को लोक अदालत के माध्यम से लाभ दिलाए।
पुलिस अधीक्षक श्री एम.एल.छारी ने कहा कि लोक अदालत में आपसी सहमति एवं समझौते के आधार पर प्रकरणों का निराकरण होता है। लोगों में जीओ एवं जीने दो का भाव पैदा करता है। लोक अदालत के माध्यम से ऐसे कई लंबित प्रकरणों का निराकरण होता है जो काफी दिनों से लंबित है। विशेष न्यायाधीश श्री प्रभाकांत शुक्ला ने कहा कि देश में 30 वर्षों से लगातार लोक अदालतों का आयोजन कर पक्षकारों के प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है। इन लोक अदालतों में पक्षकारों को विशेष लाभ मिलता है।
अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि वकील एक अच्छे समाज का निर्माण करता है। लोक अदालत में आपसी सहमति से प्रकरणों का निराकरण हेाता है जिससे समाज में वैमन्सयता कम होने के साथ ही भाई-चारे का भी वातावरण एवं भाव पैदा होता है। उन्होंने वकीलों से अधिक से अधिक पक्षकारों के प्रकरणों का लोक अदालत के माध्यम से निराकरण कराने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में द्वितीय अपर जिला न्यायाधीश श्री रमेश कुमार श्रीवास्तव, तृतीय अपर न्यायाधीश श्री कमर इकबाल खान, सीजेएम श्रीमती प्रिया शर्मा, रजिस्ट्रार एवं सचिव श्रीमती नीलू संजीव श्रृंगऋषि, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 श्री कौशलेन्द्र सिंह भदौरिया, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 श्री हिमांशु कौशल, व्यवहार न्याधीश वर्ग-2 श्री मयंक मोदी, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 श्री मुकेश गुप्ता, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 एम.एन.एच. रजवी, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 श्रीमती मिनी गुप्ता, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डी.के. मौर्य सहित कार्यपालिक मजिस्टेªट, अधिकारीगण, बैंकर्स एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री प्रदीप ठाकुर ने किया। उल्लेखनीय है कि नेशनल लोक अदालत में जिले में 71 खण्डपीठों के माध्यम से पक्षकारों के प्रकरणों का निराकरण किया गया।