शिवपुरी (आई.डी.एस.) प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नेहा मारव्या ने सभी निर्माण एजेसियों एवं विभागों को निर्देश दिए है कि जो भी भवन निर्मित किए जाए उनमें रेनवाटर हार्वेस्टिंग स्टेक्चर आवश्यक रूप से बनाए। उक्त आशय के निर्देश प्रभारी कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने आज समय सीमा के (टी.एल) पत्रों की बैठक में दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर सहित जिला अधिकारी एवं निर्माण एजेंसी के अधिकारीगण उपस्थित थे।
प्रभारी कलेक्टर ने विभागवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जिले में विभिन्न शासकीय निर्माण एजेंसियों एवं विकास विभागों द्वारा जो भी भवन निर्मित किए जाए उन भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का प्रावधान रखा जाए। जिससे वर्षा का पानी सीधे जमीन में जा सके। उन्होंने जिले के सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके कार्य क्षेत्र में बनने वाले भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का प्रावधान हो, इसके लिए अनुविभागीय दण्डाधिकारी के नेतृत्व में सहायक यंत्री लोक निर्माण, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी समय-समय पर रेनवाटर हार्वेस्टिंग का अवलोकन करें।
श्रीमती मारव्या सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिए कि ऐसे शासकीय कार्यालय जिनके पास खुला हुआ परिसर है, उस परिसर में कम से कम 10 पौधे लगाकर उनकी देखरेख भी करें। इन पौधो के बड़े होने पर जहां कार्यालय परिसर हरे-भरे दिखाई देंगें, वहीं पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि लगाए जाने वाले पौधो की सुरक्षा हेतु जालियां भी लगाए। उन्होंने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके कार्यालय में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की जानकारी तत्काल भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। प्रभारी कलेक्टर ने जिले में नक्शा तरमीम के किए जा रहे कार्य में गति लाने के भी सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक विकासखण्ड मुख्यालय पर आयोजित होने वाले खण्डस्तरीय विकलांग शिविर की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र में बच्चे में कुपोषण दूर करने हेतु आम आंवला, सेहजना जैसे लगाए गए पौधो की जानकारी ली। उन्होंने बैठक में सीएम हेल्पलाईन, सेन्ट्रल पीजी में प्राप्त आवेदनों की भी समीक्षा की।
प्रभारी कलेक्टर नेहा मारव्या ने अधिकारियों को निर्देश दिए की सभी निर्माणाधीन भवनों में रेनवाटर हार्वेस्टिंग का प्रावधान रखें एवं प्रत्येक कार्यालय परिसर में 10 पौधे लगाए