डॉ. पुष्पा ने ट्रेन में दम तोड़ते यात्री की जान बचाई

थपेड़े मारती हवाओं के बीच तेजी से दौड़ती ट्रेन… बोगी नंबर चार के एक यात्री की रुकती सांसें… पसीने में तरबतर ठंडा पड़ता शरीर… आसपास के यात्रियों का कोलाहल….बोगी नंबर…

ओझल हुआ राजनीति का ध्रुवतार

अटलजी की सभा के लिए कभी भीड़ नहीं जुटाना पड़ी जैसे नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी की सभा के लिए महीनों पहले से भीड़ जुटाने की रणनीति पर काम करना…

अपन तो गपोड़ा नहीं मानते !

मुझे समझ नहीं आता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ऐसा क्या गलत कह दिया कि बवाल मच गया। अमरीका यात्रा पर गए सीएम ने एयरपोर्ट से कार में गंतव्य की ओर…

सरकार की ‘अनुपम’ नियुक्ति

साल पहले जब टीवी धारावाहिक के कारण पहचाने जाने वाले गजेंद्र चौहान को फिल्म एन्ड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) का अध्यक्ष बनाया गया था, तब फिल्मी दुनिया ही नहीं,…

खाकी का ऐसा खौफ तो ठीक नहीं!

पुलिस की वर्दी का ऐसा खौफ भी हो सकता है क्या? यह प्रश्न परेशान किए हुए है। जो घटना देखने-पढ़ने में आई है वह यह कि इंदौर के विजयनगर थाना…

“टॉयलेट” एक राजनीति कथा

आज से तीन साल पहले तक किसी ने कल्पना की थी कि ‘टॉयलेट’ रोजमर्रा की जिंदगी में इतना अहम हो जाएगा। यह भी कहा सोचा था कि जिस का जिक्र…

मॉं की आराधना में ये दो मन कैसे?

पत्थर की मूर्ति के प्रति अपार आस्था और समाज की बहन-बेटियों के प्रति नजरों में हिंसक भाव ! नवरात्रि का पर्व चल रहा है, गलियों, चौराहों, कॉलोनियों सभी जगह मॉं…

छात्राओं के गुस्से को समझ नहीं पाया बीएचयू प्रशासन

मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में थे और पुलिस लाठियां बरसा रही थी छात्राओं पर ! प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र बनारस, और वहां भी वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय जहां मदनमोहन…

शौचालय के लिए जो जितने अधिक गड्ढे खोदे उसे मिले श्रेष्ठ शिक्षक का सम्मान !

गांवों में तो आज भी माट्साब ही कहा जाता है जो सुधर कर शहरों में आते आते मास्टर हो जाता है। वैसे तो यह अंग्रेजी का शब्द है जिसका आसान…

सवा सौ साल पहले पांव पेटी थी पियानो समान

जो वाद्य देखे सुने नहीं, उन्हें सब देख सकें यह अवसर जुटाया है गौतम काले ने अाज शास्त्रीय संगीत की महफिल में जो हारमोनियम हाथ से बजाया जाता है एक…