पूजास्थल पर क्यों नहीं रखते मृत पूर्वजों के चित्र?
हमारे हिन्दू धर्म में आस्था का बहुत ही ख़ास महत्व है, यहाँ लोग प्रत्येक दिन की पूजा को जरूरी एवं महत्वपूर्ण मानते है। ऐसा विश्वास है की हर रोज करने…
राजा श्वेत की कथा
इन्द्र से वर प्राप्त करके रघुनन्दन राम महर्षि अगस्त्य के आश्रम में पहुँचे। वे शम्बूक वध की कथा सुनकर बहुत प्रसन्न हुये और उन्होंने विश्वकर्मा द्वारा दिया हुआ एक दिव्य…
काशी की महिमा
काशी तो काशी है, काशी अविनाशी हैपंचकोशी काशी का अविमुक्त क्षेत्र ज्योतिर्लिंग स्वरूप स्वयं भगवान विश्वनाथ हैं। ब्रह्माजी ने भगवान की आज्ञा से ब्रह्माण्ड की रचना की। तब दयालु शिव…
ईमानदारी ही सर्वश्रेष्ठ नीति
एक व्यक्ति काम की खोज में इधर-उधर धक्के खाने के बाद निराश होकर जब घर वापस लौटने लगा तो पीछे से आवाज आयी, ऐ भाई! यहाँ कोई मजदूर मिलेगा क्या?…
माता शबरी की सम्पूर्ण पावन कथा
शबरी का वास्तविक नाम श्रमणा बताया गया है। इन्होने शबर जाती में जन्म लिया जिस कारण इनका नाम शबरी पड़ गया। संतजन कहते है की इन्होने भगवान श्री राम का…
कर्मयोग
एक बार एक सात वर्ष का बालक गुर्वित एक महर्षि के पास आया!महर्षि को प्रणाम कर उसने अपनी जिज्ञासा उनके समक्ष रखी। बालक गुर्वित बोला- क्या आप मुझे बता सकते…
दैवीय पंचकन्या
पुराणानुसार ये पाँच स्त्रियाँ जो विवाहिता होने पर भी कन्याओं के समान ही पवित्र मानी गई है। अहिल्या, द्रौपदी, कुन्ती, तारा और मंदोदरी हिन्दू धर्म से जुड़ी पौराणिक कथाओं में…
कथाएं पिता के वीर्य और माता के गर्भ के बिना जन्मे 16 पौराणिक पात्रों की
हमारे हिन्दू धर्म ग्रंथो वाल्मीकि रामायण, महाभारत आदि में कई ऐसे पात्रों का वर्णन है जिनका जन्म बिना माँ के गर्भ और पिता के वीर्य के हुआ था। यहां हम…
कैसे बना शिव तांडव स्त्रोत?
शिवतांडव स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करने से व्यक्ति को जिस किसी भी सिद्धि की महत्वकांक्षा होती है, भगवान शिव की कृपा से वह आसानी से पूर्ण हो जाती है। आइए…









