सालगिरह का दुआओं से लबरेज़ तोहफ़ा…

बयां हो अज़म आख़िर किस तरह से आपका फ़िरदौस क़लम की जान हैं, फ़ख्र-ए-सहाफ़त साहिबा फ़िरदौस शुक्रिया फ़िरदौस बेहद शुक्रिया फ़िरदौस… सहाफ़त के जज़ीरे से ये वो शहज़ादी आई है…