मूर्ति में क्यों बसते हैं भगवान

क्यों भगवान मूर्ति में उपस्थित हो जाते हैं और पत्थर की मूर्ति भगवान बन जाती है ? भगवान के अर्चावतार से सम्बधित एक भक्ति कथा । किसी नए काम को…

समर्पण का भाव

एक बार एक बेहद ख़ूबसूरत महिला समुद्र के किनारे रेत पर टहल रही थी।समुद्र की लहरों के साथ कोई एक बहुत चमकदार पत्थर छोर पर आ गया।महिला ने वह नायाब…

वाणी पर नियंत्रण

क बार की बात है,नयासर गांव में एक ईमानदार लड़का रहता था,वह सभी से प्यार से बाते करता था जिससे जलन के मारे एक बार एक बूढ़े आदमी ने अफवाह…

दुःख और सुख

पाप से मन को बचाये रहना और उसे पुण्य में प्रवृत्त रखना यही मानव जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ है। एक बहुत अमीर सेठ थे। एक दिन वे बैठे थे…

सत्यसनातनधर्मो विजयतेतराम् – रक्षाबंधन पर्व इतिहास के वातायन से

भारतीय प्राचीन त्योहारों में रक्षाबंधन का विशिष्ट स्थान है। रक्षा-बंधन का अर्थ है – रक्षा का बंधन। रक्षाबंधन एक सामाजिक, पौराणिक, धार्मिक और ऐतिहासिक भावना के धागे से बना एक…

सर्वप्रथम किसने बांधी राखी किस को और क्यों…?

पौराणिक शास्त्रों में ऐसा वर्णन है जो 100 अश्वमेध यज्ञ पूर्ण कर लेता है उसे इंद्र का पद मिल जाता है, ये रघुकुल के धर्मात्मा महाराज दिलीप ने भी किये…

प्रभु की प्राप्ति किसे होती है..?

एक राजा था। वह बहुत न्याय प्रिय तथा प्रजा वत्सल एवं धार्मिक स्वभाव का था। वह नित्य अपने ठाकुर जी की बडी श्रद्धा से पूजा-पाठ और याद करता था। एक…

आप न्यायाधीश हैं, निर्णय करना आपका काम है

न्यायालय में एक मुकद्दमा आया, जिसने सभी को झकझोर दिया | अदालतों में प्रॉपर्टी विवाद व अन्य पारिवारिक विवाद के केस आते ही रहते हैं| मगर ये मामला बहुत ही…

मत करो घमंड इतना कि मैं किसी को खिला रहा हूँ..

मत करो घमंड इतना कि मैं किसी को खिला रहा हूँ… क्या पता की हम खुद ही किसके भाग्य से खा रहे हैँ…?? एक रेस्टोरेंट में कई बार देखा गया…

सब ग्लानि से भरे थे….!

अलविदा उमेश भाई, ये स्वार्थी ज़माना तुम्हारा था भी नहीं नम आंखों और कांपते हाथों से तुम्हारे शव को कांधे पर उठाते वक्त इंसान ही नहीं, आसमान का आंसू बहाना…